
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को गुजरात के गांधीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को आतंकवाद के खिलाफ भारत की सबसे निर्णायक और ऐतिहासिक कार्रवाई करार दिया। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब भारत ने नियंत्रण रेखा (LoC) पार कर 100 किलोमीटर अंदर पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों के 15 ठिकानों को तबाह किया है।
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क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
अमित शाह के मुताबिक, यह अभियान जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे खतरनाक आतंकी संगठनों के उन कैंपों को निशाना बनाकर चलाया गया, जहाँ भारत पर हमले की ट्रेनिंग दी जाती थी। शाह ने कहा कि इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों का सफाया किया गया।
मोदी सरकार में बदली रणनीति
गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की नीति स्पष्ट है — “अब अगर कोई भारत पर गोली चलाएगा, तो जवाब गोले से मिलेगा।” उन्होंने कहा कि जहां पहले आतंकी भारत में हमला करके बच निकलते थे, अब उन्हें उनकी ही धरती पर जवाब दिया जा रहा है।
“अब हम घर में घुसकर नहीं, घर के अंदर घुसकर मारते हैं, और ये नया भारत किसी धमकी से नहीं डरता,” – अमित शाह
परमाणु धमकी पर भी सख्त लहजा
पाकिस्तान की परमाणु हमले की धमकियों पर शाह ने कहा कि, “भारत अब डरने वाला नहीं। हमारे जवानों का मनोबल और सरकार की नीति आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में है।”
PM मोदी ने रखा ऑपरेशन का नाम
अमित शाह ने बताया कि इस पूरे मिशन का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखा — ये वही वादा है जो उन्होंने बिहार की एक रैली में देश से किया था।
ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने न केवल पाकिस्तान को करारा जवाब दिया, बल्कि पूरी दुनिया को यह संदेश भी दे दिया कि अब भारत सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देगा, निर्णायक कार्रवाई करेगा।
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